खल्लारी माता मंदिर
खल्लारी
पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक पूजनीय मंदिर, जो अपने आध्यात्मिक वातावरण और मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। नवरात्रि के दौरान यहाँ भारी भीड़ होती है।
(रायपुर से दूरी: लगभग 55 कि.मी.)
जगह का नाम | एरिया |
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खल्लारी माता मंदिर | खल्लारी |
बारनवापारा वन्यजीव अभयारण्य | बारनवापारा |
श्री लक्ष्मण मंदिर | सिरपुर |
सुरंग टीला | सिरपुर |
कोडार बांध | कौवाझर |
चंडी माता मंदिर | बिरकोनी |
शिशुपाल पर्वत | सरायपाली के पास |
स्वस्तिक विहार | सिरपुर |
मुंगई माता मंदिर | मुंगाईमाता |
वन चेतना केंद्र | कोडार |
समोदा बांध | समोदा |
टीला बांध | टीला |
मुड़मार बांध | उमरदा |
शहीद स्मारक | खरोरा |
डिस्क्लेमर: कुछ स्थान ट्रेकर्स के लिए सही हैं पर पारिवारिक टूर के लिए अनुपयुक्त हो सकते हैं। कृपया यात्रा की योजना बनाने से पहले संबंधित यूट्यूब वीडियो और गूगल रिव्यू जरूर चेक करें।
खल्लारी
पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक पूजनीय मंदिर, जो अपने आध्यात्मिक वातावरण और मनोरम दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है। नवरात्रि के दौरान यहाँ भारी भीड़ होती है।
बारनवापारा
हरे-भरे जंगलों में फैला यह अभयारण्य विभिन्न प्रकार के वनस्पतियों और जीवों का घर है। यह जंगल सफारी और प्रकृति प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है।
सिरपुर
भारत के पहले ईंटों से बने मंदिरों में से एक, यह 7वीं शताब्दी का मंदिर अपनी उत्कृष्ट नक्काशी और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है।
सिरपुर
भूकंपीय झटकों का सामना करने के लिए अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए जाना जाने वाला एक विशाल, सीढ़ीदार संरचना वाला एक आकर्षक पुरातात्विक स्थल।
कौवाझर
एक सुंदर जलाशय जो पिकनिक और विश्राम के लिए एक लोकप्रिय स्थान है। यहाँ का शांत वातावरण और प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को आकर्षित करता है।
बिरकोनी
देवी चंडी को समर्पित एक प्रसिद्ध मंदिर, जो अपनी आध्यात्मिक शांति और स्थानीय भक्तों के बीच गहरी आस्था के लिए जाना जाता है।
सरायपाली के पास
ऐतिहासिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर एक पर्वत श्रृंखला, जो ट्रैकिंग और साहसिक उत्साही लोगों के लिए एक बेहतरीन जगह है।
सिरपुर
भगवान बुद्ध को समर्पित एक प्राचीन बौद्ध मठ, जो अपनी अनूठी स्वस्तिक आकार की संरचना और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
मुंगाईमाता
स्थानीय लोगों के लिए गहरी आस्था का केंद्र, यह मंदिर अपनी शांतिपूर्ण और भक्तिमय वातावरण के लिए जाना जाता है।
कोडार
कोडार बांध के पास स्थित, यह केंद्र पर्यावरण शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देता है और एक अच्छा पिकनिक स्थल भी है।
समोदा
एक शांत जलाशय जो स्थानीय लोगों के लिए एक पसंदीदा स्थान है, विशेषकर सूर्यास्त के समय इसके सुंदर दृश्यों के लिए।
टीला
एक और सुंदर बांध जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण के लिए जाना जाता है, जो शहर के जीवन से एक शांतिपूर्ण पलायन प्रदान करता है।
उमरदा
अपनी प्राकृतिक सेटिंग और शांत माहौल के लिए जाना जाने वाला एक छोटा लेकिन सुंदर बांध, जो स्थानीय लोगों के लिए एक अच्छा हैंगआउट स्पॉट है।
खरोरा
क्षेत्र के शहीदों को समर्पित एक स्मारक, जो देशभक्ति और ऐतिहासिक महत्व का प्रतीक है।